Say sorry with the best collection of messages and shayari collection. Sorry shayari in hindi share in social media directly copy messages.
सैयां जी माफ़ करना कि गलती मारे से हो गयी।
बहुत बुहत 'सॉरी' है जी।
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हमसे कोई गिला हो जाये तो माफ़ करना;
याद ना कर पाये तो माफ़ करना;
दिल से तो हम आपको कभी भुलाते नहीं;
पर ये धड़कन ही रुक जाये तो माफ़ करना।
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भूल से कोई भूल हुई, तो भूल समझकर भूल जाना;
अरे भूलना सिर्फ भूल को, भूल से भी हमें न भुलाना।
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तुम हंसती हो मुझे हँसाने के लिए;
तुम रोती हो मुझे रुलाने के लिए;
तुम एक बार रूठकर तो देखो;
मर जाऊँगा तुम्हें मनाने के लिए!
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दूसरों को
उतनी जल्दी क्षमा करें
जितनी जल्दी आप
अपने लिए ऊपर वाले से चाहते हो ।
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क्षमा गलतियों की होती है,
धोखे की नहीं ।
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इस कदर हमारी चाहत का, इम्तिहान मत लीजिये;
क्यों हो खफ़ा, ये बयान तो कीजिये;
कर दीजिये माफ़, अगर हो गई है कोई खता;
यूँ याद न करके, सज़ा तो न दीजिये।
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क्षमा करने से
पिछला समय तो नहीं बदलता
लेकिन इस से भविष्य
सुनहरा हो उठता है ।
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जो पहले क्षमा माँगता है;
वह बहादुर होता है ।
जो सबसे पहले क्षमा करता है;
वह शक्तिशाली होता है ।
और जो सबसे पहले भूल जाता है;
वह सबसे अधिक सुखी होता है ।
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कमजोर व्यक्ति
कभी क्षमा नहीं कर सकता है
क्षमा करना
शक्तिशाली व्यक्ति का गुण है ।
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घृणा करना, शैतान का काम है ।
क्षमा करना, मनुष्य का काम है ।
प्रेम करना, देवता का काम है ।
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जो क्षमा करता है और बीती बातों को भूल जाता है,
उसे ईश्वर की ओर से पुरस्कार मिलता है।
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बिते हुए कल मे फिर से जाने का दिल करता है,
फिर से हँसने और हँसाने का दिल करता है,
जो कुछ पल साथ बिताये थे हमने,
वो लम्हा फिर से जी जाने का दिल करता है…
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हमसे कोई गिला हो जाये तो माफ़ करना;
याद ना कर पाये तो माफ़ करना;
दिल से तो हम आपको कभी भुलाते नहीं;
पर ये धड़कन ही रुक जाये तो माफ़ करना।
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इस कदर हमारा इम्तिहान मत लीजिये;
क्यों हो गए हो ख़फ़ा ये बयां तो कीजिये;
कर दीजिये माफ़ अगर हो गयी है कोई खता हमसे;
यूँ मुँह फेर कर हमसे हमें सज़ा तो मत दीजिये।
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भूल से कोई भूल हुई तो
भूल समझ कर भूल जाना;
पर भूलना सिर्फ भूल को;
भूल से भी हमें ना भुला जाना।
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कुछ पल में ज़िंदगी की तस्वीर बन जाती है;
कुछ पल में ज़िंदगी की तक़दीर बदल जाती है;
कर दो हमे माफ़ तुम ना होना यूँ हमसे खफा ऐ मेरे दोस्त;
क्योंकि इसी रुस्वाई से पूरी ज़िंदगी बिखर जाती है।
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बहुत ही उदास है कोई शख्स तेरे जाने से;
हो सके तो लौट कर आज किसी बहाने से;
भले तू लाख ख़फ़ा हो पर एक बार तो देख ले;
कोई बिखर गया है तेरे रूठ कर जाने से।
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चुप रहते हैं हम कि कोई खता न हो जाये;
हमसे यूँ ही कोई रुस्वा न हो जाये;
बड़ी मुश्किल से बना है अपना कोई;
मिलने से पहले ही कोई जुदा न हो जाये।
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वो मेरा दोस्त जो खुदा सा लगता है;
दिल के पास है पर फिर भी जुदा सा लगता है;
बहुत दिनों से आया नहीं कोई पैगाम उसका;
शायद किसी बात पे हमसे ख़फ़ा सा लगता है।
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खता अगर हमसे हो जाये तो माफ़ करना;
याद ना कर पाये तुम्हें तो माफ़ करना;
यूँ तो हम कभी आपको भूलते नहीं;
पर यह दिल की धड़कन ही थम जाये तो माफ़ करना।
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कोई गिला कोई शिकवा न रहे आपसे;
यह रिश्ता हमारा ऐसा ही रहे आपसे;
माफ़ कर देना अगर हो जाये कोई खता हमसे;
ख़फ़ा न होना बस यही फरियाद है आपसे।
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इस कदर हमारी चाहत का इम्तिहान न लीजिये;
क्यों हो हमसे ख़फ़ा ये बयां तो कीजिये;
कर दीजिये माफ़ अगर हो गयी है मुझसे कोई खता;
यूँ रूठ कर हमसे हमें सज़ा तो न दीजिये।
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इस कदर हमारी चाहत का इम्तिहान मत लीजिये;
क्यों हो खफा ये बयां तो कीजिये;
कर दीजिये माफ़ अगर हो गयी है कोई खता;
यूँ याद न आकर सज़ा तो न दीजिये।
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रूठना मत कभी हमें मनाना नहीं आता;
दूर नहीं जाना हमें बुलाना नहीं आता;
तुम भूल जाओ हमें यह तुम्हारी मर्ज़ी है;
हम क्या करें हमें भुलाना नहीं आता।
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चाहो जो मेरी खताओं की सज़ा दो मुझको;
पर खता क्या है, ज़रा इतना बता दो मुझको;
माफ़ कर दो मुझे, मैंने चाहा है सिर्फ तुमको;
इन वफाओं के सिले ऐसी वफ़ा दो मुझको।
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आज मैंने से ये वादा किया है;
माफ़ी माँगूंगा उससे जिसको रुस्वा किया है;
हर मोड़ पर रहूँगा मैं उस के साथ-साथ;
मालूम है कि मैंने उसको कितना जुदा किया है।
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ऐसा भी क्या कसूर हम ने कर दिया;
कि आपने इस तरह से हमें पराया कर दिया;
माफ़ करना हमारी गलतियों को;
जिनकी वजह से आप ने याद करना कम कर दिया।
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हो गए हो नाराज़ ऐसा हमे लगता है;
हो गए हो दूर ऐसा हमे लगता है;
थोड़ा याद हमे भी किया करो यार;
हम अकेले रह गए ऐसा हमे लगता है।
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हम रूठें तो किस के भरोसे;
कौन है जो आएगा हमें मनाने के लिए;
हो सकता है तरस आ भी जाए आपको;
पर दिल कहाँ से लाऊँ आपसे रूठ जाने के लिए।
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सोचता हूँ ज़िंदा हूँ, मांग लूँ सब से माफ़ी;
ना जाने मरने के बाद कोई माफ़ करे या ना करे।
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राहों में भी राज़ होता है;
फूलों में भी मिज़ाज़ होता है;
गलतियां हमारी माफ़ करना ऐ-दोस्त;
क्योंकि चमकते चाँद में भी दाग होता है।
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आसमान वीरान है;
तारे भी हैरान हैं;
माफ़ कर दो मेरी चांदनी मुझको;
देखो तेरा चाँद भी तो आंसुओं से परेशान है।
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मगरूर रहने वालो, सादगी हम से सीखो;
खुश रहने वालो, उदासी हम से सीखो;
लड़ाई करने वालो, माफ़ी माँगना हम से सीखो।
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माना हुई खता हमसे;
पर गलती तो हम सब करते हैं;
इस बार आप भी माफ़ कर दो;
वरना हर बार तो माफ़ी आप ही मांगते हैं।
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तुम हँसते हो मुझे हसाने के लिए;
तुम रोते हो मुझे रुलाने के लिए;
तुम एक बार रूठ कर तो देखो;
मर जाएंगे तुम्हें मनाने के लिए।
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ना कभी मुस्कुराहट तेरे होंठों से दूर हो;
तेरी हर ख्वाहिश हक़ीकत को मंज़ूर हो;
हो जाए जो तू मुझसे खफा;
खुदा ना करे मुझसे कभी ऐसा कसूर हो।
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हमारी हर खता को माफ़ कर देना;
हर गिले हर शिकवे को दिल से साफ़ कर देना;
अकेले ना सहना कोई भी तकलीफ़;
दुःख हो या सुख, आधा-आधा कर लेना।
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दिल में बसे हो ज़रा ख्याल करना;
अगर वक़्त मिल जाए तो याद करना;
मुझे तो आदत है तुम्हे याद करने की;
तुम्हें अजीब लगे तो माफ़ करना।
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भूल से कभी हमें भी याद किया करो;
प्यार नहीं तो शिकायत ही किया करो;
इतनी भी क्या नाराजगी कि बात ही ना करो;
मिलना नहीं तो दिल से ही याद किया करो।
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आज कुछ कमी सी है तेरे बगैर;
ना रंग है ना रौशनी है तेरे बगैर;
इतना मत रूठो अब तो माफ़ कर दो मुझे;
क्योंकि धड़कन थम सी गई है तेरे बगैर!
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दुआ मांगी थी आशियाने की;
चल पड़ी आँधियाँ ज़माने की;
मेरा दर्द कोई नहीं समझ पाया;
क्योंकि मेरी आदत थी माफ़ करके मुस्कुराने की!
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ख़्वाब ना टूटे, दिल ना टूटे;
आप ना हम से रूठें;
बात ना टूटे, साथ ना छूटे;
हमारे बीच का ये फ़ासला तो टूटे!
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चुप रहते हैं क्योंकि कोई खफा ना हो जाए;
हमसे कोई रुस्वा ना हो जाए;
बड़ी मुश्किल से पाया है तुम को;
माफ़ कर देना अगर हमसे कभी कोई खता हो जाए!
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इस कदर हमारी चाहत का इम्तिहान मत लीजिए;
क्यों हो खफ़ा यह बयां तो कीजिए;
कर दीजिए माफ़ अगर हो गई है कोई ख़ता;
यूँ बात ना कर के सज़ा तो ना दीजिए!
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हमसे कोई भूल हो जाए तो माफ़ करना;
याद ना कर पाएं तो माफ़ करना;
दिल से तो हम आपको भूलेंगे नहीं;
यह धड़कन ही रुक जाए तो माफ़ करना।
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माफ़ करना अगर हमने अनजाने में आपको कभी रुला दिया;
आप ने तो दुनियां के कहने पर हमें भुला दिया;
हम तो वेसे भी अकेले थे;
क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया!
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दोस्त दोस्त से खफा नहीं होता;
प्यार प्यार से जुदा नहीं होता;
माफ़ कर दो अब तो तुम मुझ को;
क्योंकि इतनी देर तक तो भगवान भी किसी से खफा नहीं होता।
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ये सोच कर हमारी खता को माफ़ कर देना मेरे दोस्त;
क्या पता कल तुम लौट के
आओ और हम तुमसे दूर हो जाएं।
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बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से,
हो सके तो लौट आ किसी बहाने से;
तू लाख खफा सही, एक बार तो देख,
कोई टूट गया है तेरे रूठ जाने से।
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आज मैंने खुद से यह वादा किया है;
माफ़ी मांगूगा उससे जिसको रुसवा किया है;
हर मोड़ पर ही हूँगा मैं उसके साथ साथ;
मालूम है कि मैंने उसको कितना जुदा किया है।
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भूल से कोई भूल हुई तो भूल समझ कर भूल जाना;
और भूलना सिर्फ भूल को, भूल से भी हमें न भूल जाना।
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कोई अच्छी सी सज़ा दो या न दो मुझको;
तुमसे रिश्ता टूटे उस दिन मौत आ जाए मुझको;
हो सके तो दिल की गहराईयों से माफ़ करना मुझको!
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मुझको भी समेट लेगी एक रोज़ उस अंधेरे घर की दहलीज़;
तुमसे गुजारिश है माफ़ कर देना;
उन कांटों को जिसने दिल दुखाया हो तुम्हारा।
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हमसे अगर गिला हो जाये तो माफ़ करना;
याद ना कर पाये तो माफ़ करना;
दिल से तो हम आपको कभी भूलते नहीं;
पर यह दिल ही रुक जाये तो माफ़ करना।
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तुम हंसती हो मुझे हंसाने के लिए;
तुम रोती हो मुझे रुलाने के लिए;
तुम एक बार रूठकर तो देखो हमसे;
मर जाऊंगा तुम्हें मनाने के लिए।
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अपना दोष कभी देखो तो क्षमा नहीं करना,
दूसरों का दोष देखो तो हमेशा क्षमा कर देना।
अगर आप इन दोनों आदतों को अपनाते है
तभी आप जीवन में तरक्की कर सकते हैं।
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जितनी जल्दी हो सके दूसरों को
उनकी गलतियों के लिए क्षमा कर दो;
यह आप उनके लिए नहीं करेंगे बल्कि अपने
जीवन में शांति लाने के लिए करेंगे।
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क्षमा करने वाला अपने सारे काम आसानी से कर लेता है।
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घृणा करना शैतान का काम है,
क्षमा करना मनुष्य का काम है
और प्रेम करना देवताओं का गुण है!
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माफ़ी मांगने का मतलब यह नहीं होता की
आप गलत हैं और दूसरा सही है;
इसका मतलब यह होता है की आप उस रिश्ते की
अपने स्वाभिमान से ज्यादा कद्र करते हैं।
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दिल के ज़ख्मों को उनसे छुपाना पड़ा;
पलक भीगी थी पर मुस्कुराना पड़ा;
कैसे होते हैं यह मोहब्बत के रिवाज़;
रूठना चाहते थे उनसे, पर उनको ही मनाना पड़ा।
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कोई अच्छी सी सजा दो मुझे,
चलो ऎसा करो रुला दो मुझे,
दिल दुखाया हो तो मौत आ जाए मुझे,
दिल की गहराई से ये दुआ दो मुझे…
SORRY!
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चाँद तो एक नुर है
इसलिए उसे खुद पे गुरूर है,
हम गुरूर करे भी तो किस पे करे,
हमारा तो चाँद ही हमसे दुर है…
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रिश्तों का विश्वास टूट ना जाए,
प्यार का साथ कभी छूट ना जाए,
ए खुदा गलती करने से पहले मुझे संभाल लेना,
कही मेरे गलती से मेरा महबूब रूठ ना जाए…
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जो प्यार हमेशा साथ रहे वो सच्चा है जी,
जो मुसीबतों मे काम आए वो अच्छा है जी,
कभी कभी हमसे भी हो जाती है नादानियाँ,
क्योंकी दिल तो बच्चा है जी…
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इस कदर मेरी दोस्ती का इम्तेहान तो मत लिजीये,
खफा हो क्यों ये तो बता दिजीये,
माफ कर दो अगर हो गई हो हमसे कोई भूल,
पर ऎसे याद ना कर के हमे सजा तो मत दिजीये…
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कोई गिला कोई शिकवा ना रहे आपसे;
यह आरज़ू है कि सिलसिला रहे आपसे;
बस इस बात की बड़ी उम्मीद है आपसे;
खफा ना होना अगर हम खफा रहें आपसे।
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दोस्ती में दूरियां तो आती रहती हैं;
फिर भी दोस्ती दिलों को मिला देती है;
वो दोस्ती ही क्या जिसमे नाराज़गी ना हो;
पर सच्ची दोस्ती रूठे हुए को मना लेती है।
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खता हो गई तो सजा सुना दो,
दिल मे इतना दर्द क्यो है वजह बता दो,
देर हो गई है याद करने मे जरूर,
लेकिन तुम्हे भुला देंगे ये खयाल दिल से मिटा दो…
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एक खूबसूरत सोच :
”दूसरों को इतनी जल्दी माफ़ कर दिया करो“…
”जितनी जल्दी आप उपरवाले से अपने लिए
माफ़ी की उम्मीद रखते हो”…
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हो गए हो नाराज़ ऐसा हमे लगता है,
हो गए हो दूर ऐसा हमे लगता है,
थोडा याद हमे भी किया करो यार,
हम अकेले रह गए ऐसा हमे लगता है..!
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जिस पल मे टूट जाते है सपने,
उस पल मे ही रूठ जाते है अपने,
हमे किसी को मनाना नही आता,
शायद तभी तो हमसे रूठ जाते है अपने…
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Dosti Main Dooriyan To Aati Rehti Hain,
Phir Bhi Dosti Dilo Ko Mila Deti Hai,
Wo Dosti Hi Kiya Jo Naraz Na Ho,
Per Sachi Dosti Dosto Ko Mana Leti Hai.
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Mana huyi khata kmse,
Par galti to hum sab karte hai,
Is bar ap bhi maaf kar do,
Varna har bar to maafi ap hi mangte hai..!!
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Agar Bhool K Humse Koi Bhool Hogayi Ho,
Toh Bhool Samaj K Bhula Dena,
Magar Bhulana Sirf Bhool Ko Bhule Se Bhi
Hame Na Bhula Dena.
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Bhul Se Bhi Bhul Ho Jaye To Bhula Dena,
Per Bhul ko Hi Bhulana Bhulkar Bhi
Hume Mat bhula Dena....
I AM REALY REALY SORRY.....!!
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Swas ne vishwas ek vakhat tute che,
Swas tutvathi jiv nu mrutyu thai che,
Ne vishwas tutwathi jivan nu mrutyu thai che,
Kadi koi no vishwas todvo nahi..
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Ham se koi gila ho jaaye toh sorry,
Aapko yaad na kar paye toh sorry,
Waise dil se aapko bhulenge nahi,
Par hamari dhadkan hi ruk jaye toh sorry. ..
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Tum Hasti Ho Mujhe Hasane Ke Liye,
Tum Roti Ho Mujhe Rulane Ke Liye,
Tum Ek Bar Rooth Kar To Dekho,
Mar Jaoun Ga Tumhein Manane Ke Liye..
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Humse Koi Gila Ho Jaye To Maaf Karna,
Yaad Na Kar Paaye To Maaf Karna,
Dil Se To Hum Aapko Bhulenge Nahi,
Ye Dil Hi Ruk Jaye To Maaf Karna.
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खता हो गयी तो फिर सज़ा सुना दो,
दिल में इतना दर्द क्यूँ है वजह बता दो,
देर हो गयी याद करने में जरूर,
लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल मिटा दो।
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दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया,
रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया,
हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता जरा,
हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया।
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तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी न रहेगी,
तुम्हारे बिना चिरागों में रोशनी न रहेगी,
क्या कहे क्या गुजरेगी इस दिल पर,
जिंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी न रहेगी।
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कब तक रह पाओगे आखिर यूँ दूर हमसे,
मिलना पड़ेगा कभी न कभी ज़रूर हमसे,
नज़रें चुराने वाले ये बेरुखी है कैसी,
कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे।
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हम रूठे भी तो किसके भरोसे रूठें,
कौन है जो आयेगा हमें मनाने के लिए,
हो सकता है तरस आ भी जाये आपको,
पर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये।
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कभी सपने को भी दिल से लगाया करो,
किसी के ख्वाबों में आया-जाया करो,
जब भी जी हो कि कोई तुम्हें भी मनाये,
बस हमें याद करके रूठ जाया करो।
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तुम हँसते हो मुझे हँसाने के लिए,
तुम रोते हो तो मुझे रुलाने के लिए,
तुम एक बार रूठ कर तो देखो,
मर जायेंगे तुम्हें मनाने के लिए।
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देखा है आज मुझे भी गुस्से की नज़र से,
मालूम नहीं आज वो किस-किस से लड़े है।
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न तेरी शान कम होती न रुतबा ही घटा होता,
जो गुस्से में कहा तुमने वही हँस के कहा होता।
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निकला करो इधर से भी होकर कभी कभी,
आया करो हमारे भी घर पर कभी कभी,
माना कि रूठ जाना यूँ आदत है आप की,
लगते मगर हैं अच्छे ये तेवर कभी कभी।
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नाराज क्यूँ होते हो किस बात पे हो रूठे,
अच्छा चलो ये माना तुम सच्चे हम ही झूठे,
कब तक छुपाओगे तुम हमसे हो प्यार करते,
गुस्से का है बहाना दिल में हो हम पे मरते।
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रूठ कर कुछ और भी हसीन लगते हो,
बस यही सोच कर तुम को खफा रखा है।
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तुझे मनाऊँ कि अपनी अना की बात सुनूँ,
उलझ रहा है मेरे फ़ैसलों का रेशम फिर।
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हो सकता है हमने आपको कभी रुला दिया,
आपने तो दुनिया के कहने पे हमें भुला दिया,
हम तो वैसे भी अकेले थे इस दुनिया में,
क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया।
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हमसे कोई खता हो जाये तो माफ़ करना,
हम याद न कर पाएं तो माफ़ करना,
दिल से तो हम आपको कभी भूलते नहीं,
पर ये दिल ही रुक जाये तो माफ़ करना।
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बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से,
हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से,
तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले,
कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से।
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इस कदर मेरे प्यार का इम्तेहान न लीजिये,
खफा हो क्यूँ मुझसे यह बता तो दीजिये,
माफ़ कर दो गर हो गयी हो हमसे कोई खता,
पर याद न करके हमें सजा तो न दीजिये।
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आज मैंने खुद से एक वादा किया है,
माफ़ी मांगूंगा तुझसे तुझे रुसवा किया है,
हर मोड़ पर रहूँगा मैं तेरे साथ साथ,
अनजाने में मैंने तुझको बहुत दर्द दिया है।
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धड़कन बनके जो दिल में समा गए हैं,
हर एक पल उनकी याद में बिताते हैं,
आंसू निकल आये जब वो याद आ गए,
जान निकल जाती है जब वो रूठ जाते हैं।_______________________________________