ना जीने का शौक है, मरने की तलब रखते हैं, दीवाने हैं हम दीवानगी गजब रखते हैं..
करो यकीं तो बताऊँ तुम्हे बहुत ख़ास,
बहुत खास, बहुत खास हो तुम..
छुट जाए जमाना कोई गम नही,
हाथ तेरा रहे बस मेरे हाथ मैं,
ये कायनात से कम नही..
तू जाहिर है लफ्ज़ों में मेरे,
मैं गुमनाम हुँ खामोशियों में तेरी..
तेरी मेरी कहानी, जेसे बारिशो का पानी..
ना जीने का शौक है, मरने की तलब रखते हैं,
दीवाने हैं हम दीवानगी गजब रखते हैं..
किसी ने पुछा मुझसे की हसीं की कीमत क्या है,
मैंने कहा इक मुस्कुराहट तुम्हारी..
ना हीरो की तमन्ना है, और
ना परियों पे मरता हूँ,
वो एक भोली सी लडकी हे,
जीसे मैं मोहब्बत करता हूँ..
मैं वक़्त बन जाऊ, तू बन जाना कोई लम्हा,
मैं तुझमे गुज़र जाऊं, तू मुझमें गुज़र जाना..
मेरी Smile का Password हो तुम,
दोबारा मत पूछना मेरी कोन हो तुम..
सारी शिकायतों का हिसाब जोड़ कर रखा था..
उसने
बाहों में लेकर सारा गणित बिगाड़ दिया..
लगा कर फूल होटों से उसने कहा चुपके से,
अगर कोई पास न, होता तो तुम फूल की जगह होते..
न जाने क्या मासूमियत है तेरे चहेरे पर,
तेरे सामने आने से ज्यादा,
तुजे छुप कर देखना अच्छा लगता है..
मेरे वजूद मे काश तू उतार जाए,
मे देखु आईना ओर तू नज़र आए,
तू हो सामने और वक़्त ठहर जाए,
ये ज़िंदगी तुझे यू ही देखते हुए गुज़र जाए..
हम से दूर जाओगे कैसे,
दिल से हमे भुलाओगे कैसे,
हम तो वो खुश्बू है जो सांसो मे बसती है,
अपनी सांसो को रोक पाओगे कैसे..
फूल जब माँगते है बरसो दुआ,
तब बहारो की कली खिलती है,
तुम तो आई हो कही जन्नत से,
ऐसी महबूबा जमाने मे कहाँ मिलती है..
वो ज़िंदगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नही,
वो मोहबत ही क्या जिसमे यादें नही,
वो यादें क्या जिसमे तुम नही,
और वो तुम ही क्या जिसके साथ हम नही..
जब खुदा ने इश्क बनाया होगा,
तब उसने भी इसे आजमाया होगा..
हमारी औकात ही क्या है,
कमबख्त इश्क ने तो
खुदा को भी रुलाया होगा!
आँखों में दोस्तो जो पानी है
हुस्न वालों की ये मेहरबानी है |
हम क्यों सर झुकाए बैठे हैं क्या
आपकी भी यही कहानी है
देख के आपकी जवानी को,
आरज़ू ए शराब होती है,
रोज तौबा को भूलता हूँ मैं,
रोज नीयत ख़राब होती है..
कभी कभी ऐसा होता है प्यार का असर देर से होता है,
आपको क्या लगता हम आपके बारे कुछ नही सोचते,
पर हमारी हर बात में आपका जिक्र होता है।
आँखों मे आ जाते है आँसू,
फिर भी लबो पे हसी रखनी पड़ती है,
ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो,
जिस से करते है उसीसे छुपानी पड़ती है..
मुझे रंग दे, न सुरूर दे,
मेरे दिल में ख़ुद को उतार दे,
मेरे लफ़्ज़ सारे महक उठें
मुझे ऐसी कोई बहार दे..
तूजे देख कर मेरी ऑखे DSLR हो जाती हैं,
सिर्फ़ तू ही नजर आती हैं बाकी
सब BLURE हो जाता हैं..
दिल की धड़कन बढ़ जाती है मेरी,
जब वो लाइक की जगह
love वाला Reaction दे देती है..
तुम्हारी तस्वीर बनाने से डरता हूँ कही,
पेंसिल की नोक न चुभ जाए..
काश क़िस्मत भी मेरी तेरी ज़ुल्फ़ों के जेसी होती,
जब बिखरतीं तुम अपने हाथो से सँवार देते..
अपनी उदासीयां तू मुझे दे दे,
तू मेरे हिस्से का मुस्कुरा लिया कर..
हम भूलेगें और वो भी तुम्हें,
उफ्फ बड़ी ही अजीब भूल है तुम्हारी..
अच्छे लगते है मुझे ये दो काम,
एक तुमसे बातें करना दूसरा तुम्हारी बातें करना..
दिवाने मस्ताने जैसी Feeling आती है,
जब वो नजदीक आकर कहती है,
जानू तुम थोड़े अजीब हो, लेकिन मेरे हो..
दिल से दिल मिले होते तो हमारे भी
सपने पुरे हो जाते ,
फूल काँटों पे नहीं खिले होते,
तो फूल तो कोई भी बन जाते,
अगर कांटे नहीं होते..
हम चाहे न चाहे निगाहे मिल ही जाती हैं
निगाहे तो जरिया है, दो दिलो के मिलने का
जब मिलने हो दो दिल, निगाहे मिल ही जाती है…
छुपाके दिल में गमों का जहाँन बेठे है,
तेरी महेफील में हम बेजुबान बैठे है..
उफ़्फ़्फ़ ये तेरी Hmmm,
किसी दिन मुझे ICU मे पहुँचा के लेगी..
आंखों मैं काजल होठो पर लाली
कितना हसीन जाल बनाया है,
मुझे फसाने का तुमने मोहब्बत मै..
आपकी मर्जी है सम्भाले ना सम्भाले,
खुशबू की तरह आपके रूमाल में हैं हम..
तुम थक तो नहीं जाओगे इन्तेजार में तब तक,
मैं मांग के आऊं खुदा से तुम को जब तक..
पहले मे कुछ बनना चाहता था ,
लेकिन अब मुझे बस तेरा बनना है..
सुनो दिल धड़कने लगता है ख़यालों से ही,
ना जाने क्या हाल होगा मुलाक़ातों में.
मेरे लफ्जों से संवार दूँ तुझे,
तू अपनी तारीफ का मौका तो दे.
यूँ न मिलाओ नज़र,
ये शाम गुस्ताख़ होने को है..
हम तो यूँ ही फ़िदा है तुम पर,
तुम्हे सजने की जरुरत क्या है..
हुस्न का क्या काम सच्ची मोहब्बत में,
जब आँख मजनू हो,
तो लैला हसीन ही लगती है..
हमे तुमसे प्यार कितना ये हम नही जानते,
मगर जी नहीं सकते तुम्हारे बिना..
जरा सी जगह छोड देना अपनी नीदो मै,
क्योकि आज रात तेरे ख्बाबो मै हमारा बसेरा होगा..
वो बड़े ग़ौर से देखतें हैं,
हमारी तस्वीर,
शायद उसमें जान डालने का इरादा है उनका..
कहीं फिसल ना जाओ ज़रा संभल के रहना,
मौसम बारिश का भी है और मुहब्बत का भी...
हमने तो उस शहर में भी किया है
इंतज़ार तेरा, जहाँ मोहब्बत का कोई रिवाज़ न था..
मेरी "मोहब्बत की खुशबू बसी है
तुम्हारी "सांसों में, लाजमी है
मुझको "देखकर तुम्हारा "नजरें झुकाना..
तूझमे और मूझमे फरक तो इतना सा है,
मै थोड़ा सा पागल हूं, और
मूझे पागल बनाया तूने है..
मेरी नजर से कभी खुद को देखना,
तुम खुद ही खुद पे फिदा हो जाओगे.
ये दिल तुम्हारा, ये जान तुम्हारी,
यकिन नही आता तो लिख देतें हैं..
ऐ दोस्त मै तेरी खुशीयां बाटने शायद न आ सकुं,
हा ये वादा रहा जब गम आऐ तो खबर कर देना,
सारे के सारे ले जाउंगा..
काश तुम भी हो जाओ तुम्हारी यादों की तरह,
ना वक़्त देखो, ना बहाना, बस चले आओ..
वो पल कितना हसीन होगा,
जब आप मैं और वक्त एक साथ होंगें..
जब वो पगली नींद में धीरे धीरे फोन पर बात करती है ना,
उस से खूबसूरत आवाज आज तक नहीं सुनी मैंने..
करो यकीं तो बताऊँ तुम्हे बहुत ख़ास,
बहुत खास, बहुत खास हो तुम..
छुट जाए जमाना कोई गम नही,
हाथ तेरा रहे बस मेरे हाथ मैं,
ये कायनात से कम नही..
तू जाहिर है लफ्ज़ों में मेरे,
मैं गुमनाम हुँ खामोशियों में तेरी..
तेरी मेरी कहानी, जेसे बारिशो का पानी..
ना जीने का शौक है, मरने की तलब रखते हैं,
दीवाने हैं हम दीवानगी गजब रखते हैं..
किसी ने पुछा मुझसे की हसीं की कीमत क्या है,
मैंने कहा इक मुस्कुराहट तुम्हारी..
ना हीरो की तमन्ना है, और
ना परियों पे मरता हूँ,
वो एक भोली सी लडकी हे,
जीसे मैं मोहब्बत करता हूँ..
मैं वक़्त बन जाऊ, तू बन जाना कोई लम्हा,
मैं तुझमे गुज़र जाऊं, तू मुझमें गुज़र जाना..
मेरी Smile का Password हो तुम,
दोबारा मत पूछना मेरी कोन हो तुम..
सारी शिकायतों का हिसाब जोड़ कर रखा था..
उसने
बाहों में लेकर सारा गणित बिगाड़ दिया..
लगा कर फूल होटों से उसने कहा चुपके से,
अगर कोई पास न, होता तो तुम फूल की जगह होते..
न जाने क्या मासूमियत है तेरे चहेरे पर,
तेरे सामने आने से ज्यादा,
तुजे छुप कर देखना अच्छा लगता है..
मेरे वजूद मे काश तू उतार जाए,
मे देखु आईना ओर तू नज़र आए,
तू हो सामने और वक़्त ठहर जाए,
ये ज़िंदगी तुझे यू ही देखते हुए गुज़र जाए..
हम से दूर जाओगे कैसे,
दिल से हमे भुलाओगे कैसे,
हम तो वो खुश्बू है जो सांसो मे बसती है,
अपनी सांसो को रोक पाओगे कैसे..
फूल जब माँगते है बरसो दुआ,
तब बहारो की कली खिलती है,
तुम तो आई हो कही जन्नत से,
ऐसी महबूबा जमाने मे कहाँ मिलती है..
वो ज़िंदगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नही,
वो मोहबत ही क्या जिसमे यादें नही,
वो यादें क्या जिसमे तुम नही,
और वो तुम ही क्या जिसके साथ हम नही..
जब खुदा ने इश्क बनाया होगा,
तब उसने भी इसे आजमाया होगा..
हमारी औकात ही क्या है,
कमबख्त इश्क ने तो
खुदा को भी रुलाया होगा!
आँखों में दोस्तो जो पानी है
हुस्न वालों की ये मेहरबानी है |
हम क्यों सर झुकाए बैठे हैं क्या
आपकी भी यही कहानी है
देख के आपकी जवानी को,
आरज़ू ए शराब होती है,
रोज तौबा को भूलता हूँ मैं,
रोज नीयत ख़राब होती है..
कभी कभी ऐसा होता है प्यार का असर देर से होता है,
आपको क्या लगता हम आपके बारे कुछ नही सोचते,
पर हमारी हर बात में आपका जिक्र होता है।
आँखों मे आ जाते है आँसू,
फिर भी लबो पे हसी रखनी पड़ती है,
ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो,
जिस से करते है उसीसे छुपानी पड़ती है..
मुझे रंग दे, न सुरूर दे,
मेरे दिल में ख़ुद को उतार दे,
मेरे लफ़्ज़ सारे महक उठें
मुझे ऐसी कोई बहार दे..
तूजे देख कर मेरी ऑखे DSLR हो जाती हैं,
सिर्फ़ तू ही नजर आती हैं बाकी
सब BLURE हो जाता हैं..
दिल की धड़कन बढ़ जाती है मेरी,
जब वो लाइक की जगह
love वाला Reaction दे देती है..
तुम्हारी तस्वीर बनाने से डरता हूँ कही,
पेंसिल की नोक न चुभ जाए..
काश क़िस्मत भी मेरी तेरी ज़ुल्फ़ों के जेसी होती,
जब बिखरतीं तुम अपने हाथो से सँवार देते..
अपनी उदासीयां तू मुझे दे दे,
तू मेरे हिस्से का मुस्कुरा लिया कर..
हम भूलेगें और वो भी तुम्हें,
उफ्फ बड़ी ही अजीब भूल है तुम्हारी..
अच्छे लगते है मुझे ये दो काम,
एक तुमसे बातें करना दूसरा तुम्हारी बातें करना..
दिवाने मस्ताने जैसी Feeling आती है,
जब वो नजदीक आकर कहती है,
जानू तुम थोड़े अजीब हो, लेकिन मेरे हो..
दिल से दिल मिले होते तो हमारे भी
सपने पुरे हो जाते ,
फूल काँटों पे नहीं खिले होते,
तो फूल तो कोई भी बन जाते,
अगर कांटे नहीं होते..
हम चाहे न चाहे निगाहे मिल ही जाती हैं
निगाहे तो जरिया है, दो दिलो के मिलने का
जब मिलने हो दो दिल, निगाहे मिल ही जाती है…
छुपाके दिल में गमों का जहाँन बेठे है,
तेरी महेफील में हम बेजुबान बैठे है..
उफ़्फ़्फ़ ये तेरी Hmmm,
किसी दिन मुझे ICU मे पहुँचा के लेगी..
आंखों मैं काजल होठो पर लाली
कितना हसीन जाल बनाया है,
मुझे फसाने का तुमने मोहब्बत मै..
आपकी मर्जी है सम्भाले ना सम्भाले,
खुशबू की तरह आपके रूमाल में हैं हम..
तुम थक तो नहीं जाओगे इन्तेजार में तब तक,
मैं मांग के आऊं खुदा से तुम को जब तक..
पहले मे कुछ बनना चाहता था ,
लेकिन अब मुझे बस तेरा बनना है..
सुनो दिल धड़कने लगता है ख़यालों से ही,
ना जाने क्या हाल होगा मुलाक़ातों में.
मेरे लफ्जों से संवार दूँ तुझे,
तू अपनी तारीफ का मौका तो दे.
यूँ न मिलाओ नज़र,
ये शाम गुस्ताख़ होने को है..
हम तो यूँ ही फ़िदा है तुम पर,
तुम्हे सजने की जरुरत क्या है..
हुस्न का क्या काम सच्ची मोहब्बत में,
जब आँख मजनू हो,
तो लैला हसीन ही लगती है..
हमे तुमसे प्यार कितना ये हम नही जानते,
मगर जी नहीं सकते तुम्हारे बिना..
जरा सी जगह छोड देना अपनी नीदो मै,
क्योकि आज रात तेरे ख्बाबो मै हमारा बसेरा होगा..
वो बड़े ग़ौर से देखतें हैं,
हमारी तस्वीर,
शायद उसमें जान डालने का इरादा है उनका..
कहीं फिसल ना जाओ ज़रा संभल के रहना,
मौसम बारिश का भी है और मुहब्बत का भी...
हमने तो उस शहर में भी किया है
इंतज़ार तेरा, जहाँ मोहब्बत का कोई रिवाज़ न था..
मेरी "मोहब्बत की खुशबू बसी है
तुम्हारी "सांसों में, लाजमी है
मुझको "देखकर तुम्हारा "नजरें झुकाना..
तूझमे और मूझमे फरक तो इतना सा है,
मै थोड़ा सा पागल हूं, और
मूझे पागल बनाया तूने है..
मेरी नजर से कभी खुद को देखना,
तुम खुद ही खुद पे फिदा हो जाओगे.
ये दिल तुम्हारा, ये जान तुम्हारी,
यकिन नही आता तो लिख देतें हैं..
ऐ दोस्त मै तेरी खुशीयां बाटने शायद न आ सकुं,
हा ये वादा रहा जब गम आऐ तो खबर कर देना,
सारे के सारे ले जाउंगा..
काश तुम भी हो जाओ तुम्हारी यादों की तरह,
ना वक़्त देखो, ना बहाना, बस चले आओ..
वो पल कितना हसीन होगा, जब आप मैं और वक्त एक साथ होंगें..
जब वो पगली नींद में धीरे धीरे फोन पर बात करती है ना, उस से खूबसूरत आवाज आज तक नहीं सुनी मैंने..